शिवसेना ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच सौंपा ज्ञापन

 


कोरोनाकाल में सेवा दे रहे निष्कासित 30 सफाई कर्मचारियों को नपा में पुन: रखे जाने की मांग


शिवसेना के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा आज 23 जुलाई, बुधवारह को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई है कि कोरोनाकाल में अपनी जान जोखिम में डाल कर शहर में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने वाले 30 सफाई कर्मचारियों को नगर पालिका परिषद् ने बिना पूर्व सूचना के सेवा से पृथक कर दिया है । जिसके कारण कर्मचारियों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या खड़ी हो गई है । सफाई कर्मचारियों के कई परिवार सेवा वेतन पर ही जीवन यापन करते है। इनके पास अन्य कोई रोजगार के संसाधन उपलब्ध नहीं है । परेशान होकर सफाई कर्मचारियों ने शनिवार को नगर पालिका के मुख्य द्वार के सामने संकेतिक प्रदर्शन भी किया था। नगर पालिका से निकाले गए सफाई कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर भीषण कोरोनाकाल में नगर में सफाई कार्य का काम किया है। लेकिन अब नो माह बाद अचानक नौकरी से उनको निकाल दिया गया है । इस कारण सफाई कर्मचारियों को परिवार के पालन पोषण को लेकर चिंता सता रही है । जिस कारण सफाई कर्मचारियों ने रोजगार देने की मांग को लेकर एसडीएम को भी ज्ञापन दिया था। नगर पालिका में निजी अस्थाई सफाई कार्य कर 30 कर्मचारी अपने परिवारों का पालन पौषण कर रहे थे। इनका कहना है कि नगर पालिका अधिकारी के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सेवा से पृथक नहीं किया जायेगा, इसके बाद भी सेवा से बाहर कर दिया है। मांग की गई है कि उक्त सफाई कर्मचारी निष्ठापूर्वक कार्य करते रहे है । शहर और सफाई कर्मचारियों के परिवारों के हित में नगर पालिका अधिनियम के तहत उक्त सफाई कर्मचारियों को पुन: सेवा में लिया जावे। इस अवसर पर उपस्थितजनों में प्रमुख रुप से गब्बर पहलवान जिलाध्यक्ष, चन्दशेखर डागर संगठन प्रमुख युवा सेना, मदन प्रजापति संभाग प्रभारी, लालदास श्रवण, प्रवीण यादव जिला प्रभारी, राहुल, सुनील राय युवा नेता जिला प्रमुख, संतोष कटारे, अभिषेक, अनिल यादव नगर अध्यक्ष, जीवन, अमित, विशाल आदि उपस्थित रहे।