यूरिया खाद की चल रही कालाबाजारी
266 की बोरी बिक रही है 350 रू
यूरिया संकट / सहकारी समितियों के बाद अब बाजार से भी गायब हुआ
कालापीपल:(बबलू जायसवाल) यूरिया की डिमांड पूरी नहीं होने के कारण प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में किसानों का आक्रोश बढ़ गया। कालापीपल सोसायटीयो से यूरिया की पूर्ति नहीं होने के कारण किसानों को बाजार से यूरिया खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है।और मजबूरी का फायदा नगर के व्यापारी भरपूर ले रहे हैं।266 की बोरी ₹350 तक बेची जा रही है।
कालापीपल के किसानों ने बताया कि उन्हें 266 रुपए की बोरी खरीदने के लिए 350 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।राज्य सरकार ने यूरिया खाद के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
खाद मे हो रही है राजनीति
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस केंद्र सरकार पर यूरिया आवंटन की कमी का आरोप लगाकर राजनीतिक लोग राजनीति कर रहे हैं। उसे किसानों के लिए पर्याप्त यूरिया की व्यवस्था करनी चाहिए।